लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
उसके बाद दोनों लोग राजी हो गए शादी करने के लिए। उसके बाद दोनों लोग राजी हो गए शादी करने के लिए।
सावधान! अपराध कम हो रहे हैं! सावधान! अपराध कम हो रहे हैं!
सुरेश ने ज़ब कहा तबसे श्रुति ने खुद को कभी कम नहीँ समझा। सुरेश ने ज़ब कहा तबसे श्रुति ने खुद को कभी कम नहीँ समझा।
ऐसा प्रियंका नें क्या देखा कि स्तब्ध रह गई ? ऐसा प्रियंका नें क्या देखा कि स्तब्ध रह गई ?
खुद के लिए ना सही कम से कम अपने परिवार के लिए। खुद के लिए ना सही कम से कम अपने परिवार के लिए।